अम्बानी ने Pre - Wedding क्या इज़्ज़त बचाने के लिए करी ?

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अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी             अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी (Anant Ambani-Radhika Merchant Wedding) आने वाली 12 जुलाई 2024 को होने वाली है और उससे पहले जामनगर में आयोजित थी, अम्बानी परिवार के छोटे बेटे अनंत अम्बानी की शादी में तमाम सितारे  सलमान , शाहरुख़ खान, आमिर खान, अमिताभ बच्चन जैसे नज़र आये | इसके साथ ही कुछ बाहरी मेहमान भी नज़र आये |         हाल ही में देखने में आया था की रिलाइंस कंपनी में जब एक अपनी उम्र से बड़ी उम्र के employee को सपनर पैर छूने से नहीं रोका | ये मामला सोशल मिडिया पर बहुत  उछला था | इसी को छुपाने के लिए मुकेश अम्बानी ने सदी के 3 महीने पहले Pre-wedding का कार्यक्रम रखा | 

How To Calm Your Mind From Overthinking | मन को स्थिर कैसे करें?

    जितना ज्यादा सोचोगे उतना ही कम समझोगे -

Osho


मन स्थिर होता ही नहीं। 

वस्तुतः अस्थिरता, चंचलता का नाम ही मन है। इसलिए मन या तो होता है, 

या नहीं होता है। मन या अमन--

बस ऐसी ही दो स्थितियां हैं।


मन से सत्य, संसार की भांति दिखता है। 

संसार अर्थात चंचलता के द्वार से देखा गया ब्रह्म; और अमन से जो है, 

वह वैसा ही दिखता है, जैसा है।


सत्य जैसा है, उसे वैसा ही जानना ब्रह्म है! 

इसलिए मन को स्थिर करने की बात ही न पूछें। मन को स्थिर नहीं करना है, 

बल्कि मिटाना है। 


शांत तूफान जैसी कोई चीज देखी-सुनी है? 

ऐसे ही शांत मन जैसी कोई चीज नहीं है

मन अशांति का ही पर्याय है!


और तब उपाय का तो सवाल ही नहीं उठता है। सब उपाय मन के ही हैं। 

मन मिटाना है तो उपाय में नहीं, 

निरुपाय में जाना पड़ता है। 

उपाय करने से मन घटता नहीं, बढ़ता है--क्योंकि उपाय वही तो करता है। 

और, मन ही जो करता है, 

उससे मन कैसे मिट सकता है?


फिर क्या करें? नहीं! करें कुछ भी नहीं। 

बस जागें, देखें सारी बातें। मन को ही देखें। मन के प्रति होशपूर्ण हों। 

और फिर धीरे-धीरे मन गलत है, 

पिघलता है, मिटता है। 


साक्षी-भाव सूर्योदय की भांति मन की ओस को वाष्पीभूत कर देता है। 

चाहें तो कहें कि यही उपाय है!

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